कभी-कभी ज़िंदगी हमें ऐसे पल दे देती है, जो दिल के बेहद करीब बस जाते हैं। हाल ही में जब मैं ओरछा (मध्य प्रदेश) घूमने गया था, तो वहाँ एक स्कूल की ट्रिप भी आई हुई थी। मैं उस ग्रुप का हिस्सा नहीं था, बस एक अजनबी था, लेकिन बच्चों की ऊर्जा और उत्साह देखकर उनसे बातचीत करने का मन हुआ।
हमने बातें कीं, मैंने उन्हें थोड़ा मोटिवेट किया, और उनके सपनों को लेकर चर्चा की। यह सब मेरे लिए एक आम बातचीत थी, लेकिन बच्चों के लिए यह कुछ खास बन गई। कुछ ही पलों में उन्होंने मुझे घेर लिया और मेरे साथ सेल्फी लेने की होड़ मच गई। मानो मैं कोई सेलिब्रिटी हूँ और वे मेरे साथ तस्वीरें लेने को उत्साहित हों।
यह अनुभव मेरे लिए बेहद अनमोल था। मैंने महसूस किया कि कभी-कभी प्रेरणा देने के लिए कोई बड़ा नाम या पहचान जरूरी नहीं होती। सिर्फ एक अच्छी बात, एक सकारात्मक सोच और थोड़ा सा मार्गदर्शन किसी के दिल में गहरी छाप छोड़ सकता है।
शिक्षा सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि हर वह पल जो हमें कुछ सिखा जाए, वही असली शिक्षा है। इस सफर में मैंने उन्हें कुछ सिखाने की कोशिश की, लेकिन असल में उन्होंने मुझे यह सिखा दिया कि अच्छाई और प्रेरणा कहीं भी और किसी से भी मिल सकती है।